पश्चिम बंगाल- तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल पर लगाया पक्षपात और हस्तक्षेप का आरोप

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच दरार अब उभरकर सामने आ गई है। तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने राज्यपाल पर राजनीतिक रूप से पक्षपाती बयान और सरकारी कामकाज के मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।
राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, “राज्यपाल को अपने संवैधानिक अधिकार क्षेत्र का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए और राजनीतिक नौटंकी से बचना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “नए राज्यपाल बनने के 15 दिन के अंदर ही उन्होंने खुद को इस तरह प्रदर्शित किया कि वह सरकारी अधिकारियों और सरकारी विभागों के खिलाफ राजनीतिक रूप से पक्षपाती बयान देकर तटस्थ व्यक्ति नहीं हैं।”
चटर्जी की तीखी प्रतिक्रिया तब आई जब राज्यपाल ने अपने पहले दौर पर मंत्री व प्रशासनिक अफसरों की अनुपस्थिति को लेकर सरकार को फटकार लगाई थी। उन्होंने सिलीगुड़ी में राजनीतिक नेताओं और निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान पर्यटन मंत्री गौतम देव, गृह सचिव अलपन बंदोपाध्याय और सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त बैठक में अनुपस्थित रहे। जिलाधिकारी भी अवकाश पर थे।
शिक्षा मंत्री ने कहा, “भारतीय संविधान के अनुसार राज्य और केंद्र सरकार दोनों निर्वाचित निकाय हैं लेकिन गवर्नर एक मनोनीत पद है। राज्यपाल और राज्य सरकार की भूमिकाओं को स्पष्ट रूप से निर्धारित किया गया है।