पाकिस्तान में हिंदुओं को नहीं मिल रहा राशन, ईसाइयों के पास खाने के पैसे नहीं

पाकिस्तान में कोरोनावायरस की महामारी की वजह से लॉकडाउन के बाद हिंदुओं और ईसाई अल्पसंख्यकों को अधिकारी राशन नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि सारा राशन मुसलमानों के लिए है।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक हिंदू व्यक्ति ने कहा, “अधिकारी लॉकडाउन के दौरान हमारी मदद नहीं कर रहे हैं। हमें राशन नहीं दिया जा रहा है क्योंकि हम अल्पसंख्यक समुदाय का हिस्सा हैं।”
#WATCH Pakistan: Members of Hindu&Christian communities say they are denied ration by authorities, in Sindh province. A Hindu local says,"Authorities are not helping us during lockdown, ration is also not being provided to us because we are part of a minority community." #COVID19 pic.twitter.com/ASawThS9XI
— ANI (@ANI) April 1, 2020
रिपोर्ट के अनुसार, चूँकि सिंध प्रांत में लॉकडाउन के तहत दुकानें बंद हैं इसलिए इसलिए अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों को खाद्य आपूर्ति और रोज की ज़रूरी चीजें पाने के लिए कराची के रेहरी घोथ में एकत्रित होना पड़ता है। वहाँ भी हिंदू समुदाय के लोगों को वापस जाने के लिए कहा जाता है क्योंकि अधिकारी राशन पर सिर्फ मुसलमानों का हक बताते हैं।
पाकिस्तान में हिंदू देश की आबादी का चार प्रतिशत हिस्सा हैं। समुदाय के साथ बड़े पैमाने पर भेदभाव किया जाता है और अक्सर बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित किया जाता है।
इसी तरह ईसाई समुदाय के लोगों को भी लॉकडाउन के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उनके पास भी भोजन खरीदने के पैसे नहीं हैं। अधिकारी भी उनकी समस्याओं के प्रति उदासीनता दिखा रहे हैं।