“रेप इन इंडिया” बयान पर लोकसभा में हंगामा, राहुल गांधी बोले- “नहीं मांगूँगा माफी”

राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें वह देश की महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री के मेइ इन इंडिया की जगह देश में हर जगह रेप इन इंडिया का माहौल है। इसी को लेकर लोकसभा में भाजपा की स्मृति ईरानी सहित अन्य सदस्यों ने इस असंवेदनशील टिप्पणी को लेकर हंगामा किया।
After everything fails, Rahul Gandhi is back to insulting and denigrating India! It is crass and insensitive to politicise a heinous crime like rape. But what else can we expect of Gandhi scion… pic.twitter.com/wHjPnck6hP
— BJP (@BJP4India) December 13, 2019
राहुल गांधी ने झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी, जहाँ वर्तमान में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। हालाँकि, शुक्रवार को उन्होंने भी इस पर सख्त प्रतिक्रिया दे दी है। राहुल गांधी ने कहा, “मैं कोई माफी नहीं मांगने वाला हूं। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने पूर्वोत्तर को जलाया है। वह इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए मुझे निशाना बना रहे हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, “नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया कहा था लेकिन आजकल आप जहाँ भी देखते हैं, वहाँ रेप इन इंडिया है। उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी के विधायक ने एक महिला के साथ बलात्कार किया। उसके साथ एक दुर्घटना भी घटी लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला।”
राहुल गांधी की टिप्पणी पर लोकसभा में शुक्रवार को हंगामा खड़ा हो गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई सदस्यों ने राहुल गांधी से असंवेदनशील टिप्पणी के लिए माफी की मांग की है।
Union Minister Smriti Irani in Lok Sabha on Rahul Gandhi's 'rape in India' remark: This is first time in history that a leader is giving a clarion call that Indian women should be raped. Is this Rahul Gandhi's message to the people of the country? pic.twitter.com/BSTDlIoZ1h
— ANI (@ANI) December 13, 2019
स्मृति ईरानी ने सदन में कहा, “इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई नेता यह सफाई दे रहा है कि भारतीय महिलाओं के साथ बलात्कार किया जाना चाहिए। क्या राहुल गांधी का यह संदेश देश की जनता के लिए है? उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।”