“अफगानिस्तान में व्यर्थ युद्ध के लिए यूएस का विशिष्ट वर्ग ज़िम्मेदार”- तुलसी गबार्ड

डेमोक्रेट कांग्रेस की सदस्या और अमेरिका की पूर्व राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार तुलसी गबार्ड ने अफगानिस्तान में अमेरिका के अभियान को अनावश्यक और बेकार माना है।
उन्होंने अफगानिस्तान के राष्ट्र-निर्माण में शामिल होने के लिए अमेरिकी विशिष्ट वर्ग की आलोचना की है और इस प्रकार करदाताओं के खरबों रुपयों को बर्बाद करने के साथ एक बड़ी पीड़ा का करण भी बना है।
उन्होंने कहा कि अल-कायदा को पराजित करने के लिए अमेरिका ने अफगानिस्तान में विशेष बल तैनात किए थे और इसे तेज़ी से पूरा किया था।
हालाँकि, तुलसी गबार्ड ने उस नेतृत्व को दोषी ठहराया है, जिसने एशियाई देश में किसी स्पष्ट अभियान या रणनीति की कमी के बावजूद युद्ध जारी रखने का निर्णय किया था।
Afghanistan. After al-Qaeda terrorists attacked us on 9/11, brave warriors, special forces quickly deployed to defeat al-Qaeda in Afghanistan. They accomplished their mission rapidly and effectively. THAT is when they should have returned home. But the elite wanted… pic.twitter.com/4I4VDI8QKE
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) August 17, 2021
40 वर्षीय कांग्रेस नेत्री ने कहा कि यह वही विशिष्ट वर्ग है, जो भविष्य में भी लोकतंत्र के प्रचार और रक्षा की आड़ में अमेरिका को और अधिक महंगे सैन्य कार्यों की ओर खींचेगा।
गबार्ड ने ट्वीट किया, “हम उस पीड़ा से परेशान हैं, जो यह विशिष्ट वर्ग पहले ही दे चुका है और हमें उन्हें अब और भड़काने से रोकना चाहिए।”
कांग्रेस नेत्री अन्य देशों में शासन परिवर्तन को लक्षित करने वाले अमेरिका के युद्धों की खुली आलोचक रही हैं। वास्तव में उन्होंने गत वर्ष अपने राष्ट्रपति अभियान के दौरान महंगे अभ्यास की इस प्रथा को समाप्त करने का आश्वासन भी दिया था।