भारती “इच्छाओं से मुक्त होकर ही पवित्र हुआ जा सकता है”, कर्म के विधान पर कुरल भाग-14 सी राजगोपालाचारी 2 Oct, 2019
भारती “यह संसार अद्भुत स्थान है, जो कल यहाँ था, हो सकता है आज न हो”- कुरल भाग 13 सी राजगोपालाचारी 27 Sep, 2019