लखनऊ के प्रकाशोत्सव में योगी आदित्यनाथ ने कहा, “केसरिया ध्वज फहराने की क्षमता केवल हम ही रखते हैं”

लखनऊ में 550वाँ प्रकाशोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सिख समागम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सिख समुदाय के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए उन्होंने अफगानिस्तान में बसे सिखों की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “आज वहाँ केवल कुछ सौ सिख बचे हैं और उनकी स्थिति दयनीय है।” इस संदर्भ से जोड़ते हुए उन्होंने कश्मीरी हिंदुओं की बात पर कहा, “जब तक कश्मीर में हिंदू राजा था, वहाँ हिंदू और सिख सुरक्षित थे लेकिन जैसे-जैसे हिंदू राजाओं का पतन शुरु हुआ, हिंदुओं का भी पतन होना शुरू हो गया। अब वहाँ स्थिति ऐसी है कि कोई स्वयं को सुरक्षित नहीं मान सकता।”
Jab tak Kashmir mein Hindu raja tha Hindu aur Sikh surakshit the. Jab Hindu raja ka patan hua, Hinduon ka bhi patan hona shuru hogaya. Aaj wahan ki sthiti kya hai? Koi apne ko surakshit bol sakta hai? Nahi. Humein itihas se seekhna chahiye: UP CM Adityanath at BJP’s Sikh Samagan pic.twitter.com/uIzbphPm8j
— ANI UP (@ANINewsUP) October 29, 2018
साथ ही हिंदू व सिख समुदाय की समानता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “सिखों के केसरिया ध्वज को अपने घर की छत पर न कोई कांग्रेसी लगा सकता है, न कोई सपाई, न कोई बसपाई, यह क्षमता केवल हम भाजपाई या हिंदू ही रखते हैं।”
योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि प्रदेश में खुलने वाले आठ मेडिकल कॉलेजों में से एक गुरुनानक देव के नाम पर होगा, जबकि अन्य संस्थानों को गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह के नाम से जाना जाएगा, अमर उजाला ने बताया।
उन्होंने सिख गुरुओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज उन्हीं के बलिदानों का नतीजा है कि देश में शांति का वातावरण है।