पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को काबुल में गुरुद्वारे हमले के आतंकी को सौंपने को कहा

इमरान खान सरकार ने गुरुवार (9 अप्रैल) को अफगानिस्तान से हाल ही में गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकी को काबुल में सिखों पर हुए आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान को सौंपने को कहा है।
सूत्रों का कहना है कि विदेश मंत्रालय ने असलम फारूकी को अपनी हिरासत में लेने के लिए अफगानिस्तान के राजदूत को पाकिस्तान तलब किया है। दरअसल, फारूकी के तार पाकिस्तान के आंतकी गिरोह से जुड़े हुए हैं और वो नहीं चाहता कि इस बात का आतंकी अफगानिस्तान के सामने खुलासा कर दे।
25 मार्च को काबुल के एक गुरुद्वारे पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें करीब 25 सिखों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना में शामिल फारूकी को पाँच अप्रैल को अफगान सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया था।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस्लामाबाद ने फारूकी को हिरासत में लेने की मांग की है क्योंकि वह अफगानिस्तान में पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल था। पाकिस्तानी सरकार ने जोर देते हुए कहा कि दोनों पक्षों को आतंकवाद के खतरे के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करनी चाहिए।
हालाँकि, भारतीय खुफिया सूत्रों के मुताबिक, फारूकी अफगानिस्तान में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी गिरोह से जुड़ा हुआ है। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने उसको आत्मसमर्पण करने के लिए राजी कर लिया है, ताकि वह अफगानिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों का इस्तेमाल कर उसे मुक्त करा सके।
संयोगवश पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने हाल ही में हिरासत से भागने के लिए तालिबान के पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान को मलाला यूसुफजई और पेशावर आर्मी पब्लिक पर आतंकी हमलों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया था।