पाकिस्तान के सिंध प्रांत में जन्माष्टमी पर मंदिर पर हमला, भगवान् कृष्ण की मूर्ति तोड़ी

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू अल्पसंख्यक के पूजा स्थल पर एक और हमले में इस्लामवादी भीड़ ने सोमवार (30 अगस्त) को एक मंदिर में तोड़फोड़ की और भगवान् कृष्ण की मूर्ति तोड़ दी।
जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान् कृष्ण का जन्मदिन मनाने के लिए आयोजित एक धार्मिक समारोह के दौरान सिंध के संघर जिले के वारह्या गाँव के मंदिर में तोड़फोड़ की गई।
Islamist mob has yet again vandalized a Hindu temple and broken the idol of Lord Krishna during a religious function held to celebrate the birth of Lord Krishna on #Janmashtami at Khipro in Sanghar district of Sindh province of Pakistan. State backed terror against minorities. pic.twitter.com/nRZEwXmXxo
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 30, 2021
हाल ही में एक इस्लामी भीड़ ने पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में एक मंदिर को आंशिक रूप से जला दिया था और वहाँ की मूर्तियों को तोड़ दिया था।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य डॉ जयपाल छाबड़िया ने एक ट्वीट में कहा, “भोंग शरीफ की घटना के बाद संघर जिले के वारह्या गाँव में एक और मंदिर को अपवित्र कर दिया गया। यह गैर मुस्लिम पूजा स्थलों की रक्षा करने में राज्य और सभी प्रांतीय सरकारों की विफलता है।”
इस घटना और देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ होने वाले भेदभाव पर टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान के एक सामाजिक कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन ने कहा, “पाकिस्तान में इस्लाम के विरुद्ध ईशनिंदा का झूठा आरोप भी मॉब लिंचिंग या मौत की सज़ा का कारण बनता है लेकिन गैर-मुस्लिम देवताओं के विरुद्ध अपराध पर कोई सज़ा नहीं होती है।”