सकारात्मक बैठक के बावजूद चीन सीमा पर हुई हिंसा, तीन भारतीय सैनिकों की मृत्यु

भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिब्रेशन लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रतिनिधियों ने सोमवार (15 जून) को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ दोनों देशों के बीच चल रहे सीमा टकराव को हल करने के लिए विचार-विमर्श किया जिसे सकारात्मक माना जा रहा था।
लेकिन भारतीय सेना के आधिकारिक बयान में जानकारी दी गई कि गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं की वापसी की प्रक्रिया के दौरान सोमवार रात हिंसक झड़प हो गई। इसमें भारत की ओर से एक अधिकारी और दो सैनिकों की मृत्यु हो गई।
Indian Army: *Official Statement*
During the de-escalation process underway in the Galwan Valley, a violent face-off took place yesterday night with casualties. The loss of lives on the Indian side includes an officer and two soldiers.— Saurabh Joshi (@SaurabhJoshi) June 16, 2020
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह वार्ता एलएसी के निकट दो अलग-अलग स्थानों पर हुई। इसमें दोनों सेनाओं के ब्रिगेडियर-रैंक के अधिकारी गलवान क्षेत्र में मिले थे और कर्नल-रैंक के अधिकारी हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में मिले थे। कहा जा रहा है कि वार्ता सकारात्मक हुई है।
यहबैठक गत सप्ताह एलएसी के साथ दोनों सेनाओं के मेजर-जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच पाँचवीं बैठक के बाद हुई। गत बैठक गलवान घाटी, पैट्रोलिंग प्वाइंट 15 और हॉट स्प्रिंग्स में सेनाओं के सीमित विघटन की शुरुआत के बाद 6 जून को लेह स्थित 14 कोर के कमांडर और दक्षिण शिनजियांग क्षेत्र में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन के बीच हुई थी।