शिफा अल-निमा को इराकी सेना द्वारा गिरफ्तार कर वज़न के कारण ट्रक में लादा गया

‘रुग्ण मोटापे’, से ग्रस्त इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का प्रचारक शिफा अल-निमा उर्फ अबू अब्दुल बारी, जो अक्सर दासता, बलात्कार, यातना और जातीय सफाई की वकालत करता था, को पिछले गुरुवार (16 जनवरी) मोसुल शहर में नीनवे की रेजिमेंट की एक कुलीन इराकी स्वाट टीम द्वारा की गई छापेमारी में पकड़ा था।
कथित तौर पर 254 किलोग्राम वजन वाले शिफा अल-निमा को एक ट्रक पर लादना पड़ा, क्योंकि वह पुलिस की गाड़ी में नहीं बैठ सकता था।
शिफा अल-निमा को हाल के महीनों में दाएश नेतृत्व के बीच से हुई गिरफ्तारी में सबसे बड़ी गिरफ्तारी में से एक माना जा रहा है। उसे व्यापक रूप से आईएसआईएस का एक प्रमुख नेता माना जाता है और इस्लामिक आतंकी संगठन का सबसे बड़ा धार्मिक व्यक्ति जिसे फ़तवे जारी करने का अधिकार हासिल है।
अल-निमा को उन विद्वानों और मौलवियों को फांसी का आदेश वाले फतवे जारी करने के लिए जाना जाता है जिन्होंने आतंकी समूह द्वारा मोसुल शहर पर कब्जा कर लेने के बाद आईएसआईएस के प्रति निष्ठा रखने से इनकार कर दिया था।
लंदन स्थित कट्टरपंथ विरोधी सोच क्विललियाम के संस्थापक माजिद नवाज ने कहा कि मौलवी गिरफ्तारी के बाद सामने आया है।
He was arrested by Iraqi Nineva SWAT police in the Mosul District of Iraq. Most religious justifications provided to ISIS for enslaving, raping, torturing, ethnic cleansing & massacring Iraqis, Syrians & others are from this paltry beast who can’t even stand on his own two legs
— أبو عمّار (@MaajidNawaz) January 17, 2020
Latest photos for #ISIS Mufti. He was the strongest supporter of demolishing Mosul heritage. He used to give the Friday Sermon in my neighborhood. He cheered up in the very Friday after the blowing of Prophet Jonah Mosque in the early days of their invasion.
📷 Social media <ahref=”https://t.co/VWOCR4nmJE”>https://t.co/VWOCR4nmJE pic.twitter.com/zGYoVSuAaF— Ali Y. Al-Baroodi (@AliBaroodi) January 16, 2020