लोकसभा में शपथ ग्रहण हेतु संस्कृत तीसरी सबसे लोकप्रिय, अंग्रेज़ी की संख्या गिरी

जहाँ एक ओर अंग्रेज़ी में शपथ ग्रहण करने वाले सांसदों की संख्या 2014 में 114 से घटकर 54 हो गई है, वहीं दूसरी ओर शपथ ग्रहण के लिए संस्कृत को तीसरी सबसे लोकप्रिय भाषा बनते देखा गया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार संस्कृत में शपथ ग्रहण करने वाले सांसदों की संख्या 2014 के 39 से बढ़कर 44 हो गई है। हालाँकि अंग्रेज़ी की घटती लोकप्रियता का सबसे अधिक लाभ क्षेत्रीय भाषाओं को मिला, विशेषकर दक्षिण भारत की।
Regional languages score over English in Lok Sabha oath https://t.co/3lCCsIhCDF pic.twitter.com/9yp250H3Z3
— The Indian Express (@IndianExpress) June 20, 2019
तमिल में 39 सांसदों ने शपथ ली, जो संख्या पिछली बार मात्र सात थी, वहीं तेलुगु में 13 की संख्या से उछाल मारकर 24 सांसदों ने शपथ ली। इस बार भी हिंदी ही सबसे पसंदीदा भाष रही। 210 सांसदों ने हिंदी में शपथ ली, वहीं 2014 में 202 सांसदों ने हिंदी में शपथ ली थी।
संस्कृत में शपथ लेने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, अश्विनी कुमार चौबे, प्रताप सारंगी और साधवी प्रज्ञा ठाकुर समेत 40 सांसद थे। वहीं प्रानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंदी में शपथ ली।