जम्मू-कश्मीर- एलओसी पर घुसपैठ के बाद राज्य में 273 आतंकवादी सक्रिय

पिछले सप्ताह सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई नवीनतम सूची के अनुसार, कश्मीर में कुल 273 आतंकवादी सक्रिय हैं। राज्य में अनुच्छेद 370 के समाप्त होने से पहले अलगाववादी विद्रोहियों की संख्या 150-200 के बीच होने का अनुमान लगाया गया था।
273 सक्रिय आतंकवादियों में से 158 दक्षिण कश्मीर, 96 उत्तरी कश्मीर और मध्य कश्मीर में 19 आतंकवादी हैं। 166 स्थानीय आतंकवादियों ने कश्मीर में सक्रिय 107 विदेशी आतंकवादियों को पछाड़ दिया है।
ये जिहादी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन (एचयूएम), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और अल बद्र संगठनों के हैं। वहीं, सूची में 112 आतंकवादियों के साथ लश्कर सबसे ऊपर है। उसके बाद 100 बंदूकधारियों के साथ हिजबुल मुजाहिदीन, 58 के साथ जैश-ए-मोहम्मद और 3 के साथ अल बद्र का स्थान आता है।
सूत्रों की मानें तो विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद सीमा पार से घुसपैठ का ग्राफ भी कई सफल घुसपैठ की कोशिशों के साथ दर्ज किया गया है।
यह भी कहा जा रहा है कि कश्मीर में लागू सख्त धाराओं की वजह से पाकिस्तान घाटी में आतंकवादियों को निर्देश नहीं दे पा रहा है। इनका भी आतंकवाद विरोधी अभियानों पर असर पड़ा है। 5 अगस्त के बाद से बहुत कम आतंकवादियों को लेकर अभियान चलाया गया है। इस बार सुरक्षा बलों ने तकनीक की बजाय अधिकतर खुफिया जानकारी के हिसाब से ही काम किया है।
इस शांति ने शायद आतंकियों को घाटी में फिर से इकट्ठा और सक्रिय होने का समय दिया हो। वहाँ पर जिहादी काफी समय से शांत बैठे हैं। हो सकता है कि यह उनके द्वारा चली जा रही कोई चाल हो। लगता है जैसे वे अपने संचालकों से आगे की कार्रवाई के लिए निर्देशों का इंतज़ार कर रहे हों।