स्वदेशी हेलीकॉप्टर का हिमालय में गर्म मौसम व उच्च ऊँचाई वाले क्षेत्रों में सफल परीक्षण

रक्षा पीएसयू ने बुधवार (9 सितंबर) को एक बयान में कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने स्वदेशी रूप से विकसित लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) के गर्म मौसम और ऊँचाई वाले क्षेत्रों में उसकी कार्यक्षमता का सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है।
बयान में कहा गया, “एचएएल के स्वदेशी रूप से विकसित एलयूएच ने हाल ही में हिमालय में लगभग 10 दिनों तक गर्म और उच्च ऊँचाई वाले क्षेत्रों की स्थिति में भी शानदार क्षमता का प्रदर्शन किया।”
HAL’s Indigenous LUH Completes Hot and High Altitude Trials in Himalayas @drajaykumar_ias @SpokespersonMoD @DefProdnIndia @PTI_News @gopalsutar @ians_india @ANI pic.twitter.com/s0p6hRhZd6
— HAL (@HALHQBLR) September 9, 2020
उन्होंने आगे कहा, “आईएसए +32 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में लेह (3300 एमएएमएसएल) पर एक व्यापक परीक्षण योजना तैयार की गई, जिसमें प्रदर्शन और उड़ान गुण शामिल थे। एलयूएच ने लेह से उड़ान भरी और 5000 एमएएमएसएल पर दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड में अपनी ताकत और हर स्थिति में अच्छे प्रदर्शन का नमूना पेश किया।
हेलीकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर में ऊँचाई पर अपनी पेलोड क्षमता का प्रदर्शन दिया। परीक्षणों के दौरान पायलटों ने हेलीकॉप्टर को अमर और सोनम के उच्चतम हेलीपैड पर उतारा। इस विकास पर टिप्पणी करते हुए एचएएल के प्रबंध निदेशक आर माधवन ने कहा कि एलयूएच का सेना संस्करण अब प्रारंभिक परिचालन स्वीकृति (आईओसी) के लिए तैयार है।
अब चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों के पुराने बेड़े को बदलने के लिए भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना के लिए 3-टन के उच्चस्तरीय नई पीढ़ी के लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर बनाए जाने हैं।