करतारपुर साहिब के श्रद्धालुओं को दो रियायतें, इमरान खान ने की सिर्फ सिखों की बात

गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर करतारपुर साहिब आने वाले श्रद्धालुओं को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दो रियायतें दी हैं। हालाँकि, उन्होंने इसके लिए सिर्फ सिख श्रद्धालुओं का ही अपने ट्वीट में ज़िक्र किया है।
इमरान खान ने ट्वीट किया, “भारत से करतारपुर की तीर्थयात्रा के लिए आने वाले सिखों को मैंने दो आवश्यकताओं में रियायत दी है। उन्हें अब पासपोर्ट की ज़रूरत नहीं होगी। बस एक वैध पहचान-पत्र ही काफी होगा। साथ ही श्रद्धालुओं को अब 10 दिन पहले पंजीकरण नहीं करना होगा। उद्घाटन के दिन और गुरुजी के 550वें जन्मदिन पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।”
For Sikhs coming for pilgrimage to Kartarpur from India, I have waived off 2 requirements: i) they wont need a passport – just a valid ID; ii) they no longer have to register 10 days in advance. Also, no fee will be charged on day of inauguration & on Guruji's 550th birthday
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 1, 2019
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा, “जो करतारपुर कॉरिडोर के लिए भारत के आधिकारिक जत्थे का हिस्सा नहीं हैं या जिन्हें पाकिस्तान से न्योता नहीं मिला है, उन्हें वहाँ जाने के लिए नियमानुसार राजनीतिक स्वीकृति लेनी होगी।”
भारत ने उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय मंत्रियों और राजनीतिक लोगों समेत 450 और 31 अन्य लोगों की सूची पाकिस्तान को स्वीकृति के लिए भेजी है। हालाँकि, जानकारी मिल रही है कि पाकिस्तान कोई और सूची ही तैयार कर रहा है।
उधर, करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं पर करीब 20 डॉलर (1420 रुपये) का शुल्क लगाए जाने पर शिरोमणि अकाली दल ने आपत्ति जताई है। नेता सुखबीर सिंह बादल ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से अपील की कि वे इसे आय का स्रोत न बनाएँ। यह शुल्क ज्यादा है।