अफगानिस्तान के मंत्री मानते हैं, जैश-ए-मोहम्मद को पाक आईएसआई का ज़हरीला हाथ

अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अमरुल्लहा सालेह ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंक से लड़ने के लिए क्षेत्रीय प्रयास का आह्वान किया है। अमरुल्लहा सालेह पूर्व खफिया प्रमुख और आंतरिक मामलों के मंत्री है। उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद को पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई का ज़हरीला हाथ बताया है, अमर उजाला ने रिपोर्ट किया।
चीन के द्वारा मसूद अज़हर को बचाए जाने पर एक सवाल के जवाब में सालेह ने कहा “चीन उसे आतंकवादी के रूप देखता है या नहीं, पर वह आतंकवादी है”। यह सवाल उनसे एक ईमेल साक्षात्कार में पूछा गया था।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार सालेह ने आईएसआई और आतंकवाद पर बोलते हुए कहा “देखें, जब वो भारत और अफगानिस्तान पर हमला करते हैं, तो वे (आईएसआई) इस साधन (आतंकवाद) का इस्तेमाल करते हैं, और फिर खुद को बदनाम होने से बचा लेते हैं, हालांकि अब यह और नहीं चलेगा”।
सालेह ने आगे इस मुद्दे पर कहा “मेरा मानना है कि आतंकवाद का पूरा ढांचा, जो पाकिस्तान से बाहर निकलता है और संचालित होता है, वह आईएसआई का जहरीला हाथ है, या तो हम पाकिस्तान को उनसे खुद को अलग करने के लिए मना लें, जो कि असंभव है, या हम इस जहरीले हाथ को काटने के लिए एक साथ काम करें।”