मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के सामने 1,500 से अधिक आतंकवादियों ने हथियार डाले

आतंकवादी संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के सभी चार धड़ों के 1,500 से अधिक सदस्यों ने गुरुवार (30 जनवरी) को गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के सामने हथियार डाल दिए।
इस मौके पर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभागार में राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और शीर्ष पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।
“आज गुवाहाटी में एनडीएफबी समूहों के सदस्यों द्वारा शस्त्र डालने के लिए आयोजित समारोह की घोषणा करने की खुशी है। ऐतिहासिक बोडो शांति समझौते ने असम में शांति के नए युग की शुरुआत की। उत्तर पूर्व की समृद्धि पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री श्री अमित शाह द्वारा निर्धारित मार्ग से प्रेरणा मिलती है।”, सरमा ने ट्वीट किया।
Glad to announce the #ArmsLayingCeremony by members of the #NDFB groups today at Guwahati.
The historic #BodoPeaceAccord heralds a new era of peace in Assam. The path laid down by Hon PM Sri @narendramodi and HM Sri @AmitShah on prosperity of NE gets a shot in the arm. pic.twitter.com/gBkXXxCJZ1
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 30, 2020
एक सप्ताह पहले आठ अभियुक्त विद्रोही समूहों के 600 से अधिक आतंकवादियों ने मुख्यमंत्री सोनोवाल के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था जिसके बाद ये नया घटनाक्रम सामने आया।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में 23 जनवरी को हथियार डालने वाले 644 आतंकवादी आठ विद्रोही समूहों- यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट असोम-आई (उल्फा-आई), नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोरोलैंड (एनडीएफबी), राभा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (आरएनएलएफ), कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (केएलओ), सीपीआई (माओवादी), नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ बंगाली (एनएलएफबी), नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी (एनएसएलए), और एडीएफ।