पूर्व सचिव शक्तिकांत दास होंगे नए आरबीआई गवर्नर, सुब्रमणियम स्वामी को संदेह

11 नवंबर 2018 को 1980 बैच के तमिल नाडु कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास को आरबीआई का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है, द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया। उनका चयन प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट चयन समिति द्वारा किया गया है।
दास, उर्जित पटेल की जगह लेंगे। पटेल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए गवर्नर के पद से त्यागपत्र दे दिया था।
पूर्व अधिकारी का कार्यकाल तीन साल का होगा। वित्तीय सचिव ए एन झा ने कहा कि दास के पास राज्य तथा केंद्र सरकार दोनों के साथ कार्य करने का अनुभव है।
पुन: मुद्रीकरण का कार्यभार संभालने के बाद, दास, वित्तीय मामलों के सचिव पद से मई 2017 में सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने जी-20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था तथा 15 वें वित्तीय आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त हुए थे।
दास ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की है तथा 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद वित्त मंत्रालय में सेवाएँ दी थीं। उसके बाद उन्हें आर्थिक मामलों के विभाग में भेज दिया गया था जहाँ उन्होंने मौद्रिक नीतियों पर कार्य किया।
आरबीआई को पूर्व आईएएस अधिकारी, गवर्नर के रूप में 5 सालों के अंतराल के बाद मिला है। इससे पहले डी सुब्बाराव आईएएस अधिकारी थे, जिन्होंने सितंबर 2013 तक कार्य किया था।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शक्तिकांत दास की आरबीआई गवर्नर के रूप में हुई नियुक्ति को गलत बताया है। उन्होंने दास पर पी. चिदंबरम के साथ मिले होने तथा भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि चिदंबरम ने दास को कोर्ट केस में मदद करने की कोशिश की थी।
स्वामी ने कहा कि वे नहीं जानते कि ऐसा क्यों किया गया है तथा उन्होंने प्रधनमंत्री को इस संबंध में पत्र भी लिखा है।
BJP MP Subramanian Swamy: Shaktikanta Das being appointed as RBI Governor is wrong, he has worked closely in corrupt activities with P Chidambaram and even tried to save him in court cases. I don’t know why this was done, I have written a letter to PM against this decision. pic.twitter.com/FuFEP9OAsu
— ANI (@ANI) December 12, 2018