मोहम्मद कार्टून- इमरान का फ्रांसीसी राष्ट्रपति पर ‘इस्लामोफोबिया’ को बढ़ाने का आरोप

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार (25 अक्टूबर) को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन पर इस्लाम पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने ऐसा तब कहा, जब यूरोपीय नेता ने अपने कथन से पीछे हटने से इनकार करने के साथ मोहम्मद को चित्रित करने वाले कार्टून के प्रकाशन का बचाव किया, जिसे मुसलमान अपना पैगंबर मानते हैं।
इमरान खान ने ट्वीट किया, “यह दुखद है कि राष्ट्रपति मैक्रॉन ने विवादित कार्टून को प्रोत्साहन देते हुए जानबूझकर मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की। इस समय उन्हें संयम से काम लेते हुए कट्टरपंथियों को दरकिनार करने की रणनीति अपनानी चाहिए थी। उन्होंने इस्लाम की जानकारी न होने के बावजूद मुसलमानों पर हमला करते हुए इस्लामोफोबिया को बढ़ावा दिया, जबकि उन्हें आतंक पर हमला करना चाहिए था।”
उन्होंने आगे कहा, “इस्लाम की स्पष्ट रूप से कोई समझ न होने के बावजूद इस पर हमला करके राष्ट्रपति मैक्रोन ने यूरोप और दुनियाभर के लाखों मुसलमानों की भावनाओं पर हमला किया है और उन्हें चोट पहुँचाई है।”
Hallmark of a leader is he unites human beings, as Mandela did, rather than dividing them. This is a time when Pres Macron could have put healing touch & denied space to extremists rather than creating further polarisation & marginalisation that inevitably leads to radicalisation
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 25, 2020
पूर्व में इमरान खान ने शार्ली अब्दो के विवादित कार्टून फिर से प्रकाशित करने पर हमला किया था।
इमरान खान की ट्विटर पर प्रतिक्रिया तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगन के एक दिन पहले अपने फ्रांसीसी समकक्ष मैक्रॉन पर हमला करने के बाद आई। उन्होंने कहा था, “मुसलमानों और इस्लाम के प्रति रवैये पर उनको उपचार और मानसिक जाँच की आवश्यकता है।”
दरअसल, इतिहास के शिक्षक द्वारा मोहम्मद का कार्टून दिखाने पर उनका सिर कलम किए जाने के बाद फ्रांस के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और व्यापक उपायों की रक्षा के लिए मैक्रॉन के स्पष्ट आह्वान पर एर्दोगन नाराज हो गए थे।