छह पनडुब्बियों के निर्माण के लिए दो भारतीय और पाँच विदेशी कंपनियाँ चयनित
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार (21 जनवरी) को 45,000 करोड़ रुपये की छह पारंपरिक पनडुब्बियों के निर्माण की परियोजना के लिए दो भारतीय कंपनियों का चयन किया है। इसमें सरकारी मझगाँव डॉक्स लिमिटेड (एमडीएल) और निजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टर्बो समूह शामिल हैं।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दो भारतीय कंपनियों के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने परियोजना के लिए पाँच विदेशी प्रौद्योगिकी भागीदारों का भी चयन किया है।
पाँच विदेशी कंपनियों में रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (रूस), नेवल ग्रुप (फ्रांस), देवू (दक्षिण कोरिया), थाइसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स (जर्मनी) और नवंतिया (स्पेन) शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “डीएसी ने भारतीय रणनीतिक साझेदारों (एसपी) और संभावित मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को चयनित करने की स्वीकृति दी थी, जो एसपी के साथ मिलकर भारत में छह पारंपरिक पनडुब्बियों का निर्माण करेंगी।”
रिपोर्ट के अनुसार, ये विदेशी सहयोग के साथ भारत में निर्मित होने वाली पनडुब्बियों का अंतिम सेट होगा, जिसे अगली पीढ़ी डिज़ाइन और विकसित करेगी। इसके अलावा, इस परियोजना के लिए मजबूत दावेदार मानी जा रही अडानी ग्रुप को योग्यता मानदंडों के मूल्यांकन के बाद उपयुक्त न मानते हुए बाहर कर दिया गया।