एस जयशंकर ने राहुल गांधी के आरोपों के बिंदुवार उत्तर में पड़ोसी देशों से संबंध बताए

राहुल गांधी ने शुक्रवार (17 जुलाई) को एक वीडियो जारी करते हुए विदेश नीति पर सवाल उठाए थे। इसके बाद शाम को विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने शृंखलाबद्ध ट्वीट्स के माध्यम से बिंदुवार रूप से हर प्रश्न का उत्तर दिया।
जारी वीडियो में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ बिगड़ते संबंधों के साथ विदेश नीति के मोर्चे पर लड़खड़ा रहा है।
उन्होंने वीडियो साझा करते हुए कहा था, “2014 के बाद से प्रधानमंत्री के लगातार दोषों और अविवेक ने भारत को मौलिक रूप से कमजोर किया है और हमें कमजोर बना दिया है।”
Since 2014, the PM's constant blunders and indiscretions have fundamentally weakened India and left us vulnerable.
Empty words don't suffice in the world of geopolitics. pic.twitter.com/XM6PXcRuFh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 17, 2020
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया पर डॉक्टर एस जयशंकर ने जवाब दिया, “भारत की प्रमुख भागीदारी अधिक मजबूत हुई है और अंतर-राष्ट्रीय स्तर पर अधिक है। अब हम चीन के साथ अधिक समान शर्तों पर संलग्न हैं और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपैक), बेल्ट रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) और संयुक्त राष्ट्र के स्वीकृत आतंकवादियों जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं।”
.@RahulGandhi hs questions on Foreign Policy. Here are some answers:
•Our major partn’ships are strongr & internat’l standng higher.Witness regular summits&informal meetngs wth #US #Russia #Europe & #Japan.India engages #China on more equal terms politically.
Ask the analysts. https://t.co/GPf17JWSac
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 17, 2020
राहुल के चीन को बंदरगाह देने के श्रीलंका के आरोप पर जयशंकर ने उन्हें याद दिलाया कि हंबनटोटा बंदरगाह समझौता 2008 में हुआ था। उन्हें इस बाबत उन लोगों से पूछना चाहिए, जो उस वक्त प्रभारी थे।
विदेश मंत्री ने अपने पड़ोसियों के साथ भारत के बेहतर संबंधों का भी विवरण दिया।
•#Nepal after 17 years is getting Prime Ministerial visits. And a swathe of developmental projects: power, fuel, housing, hospital, roads, etc.
Ask their citizens.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 17, 2020
•#Afghanistan sees completed projects (Salma Dam, Parliament), expanded training and serious connectivity.
Ask the Afghan street.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 17, 2020
उन्होंने राहुल गांधी को याद दिलाकर निष्कर्ष निकाला कि पाकिस्तान अब बालाकोट में भारत की सैन्य कार्रवाइयों व सर्जिकल स्ट्राइक और यूपीए द्वारा की गई कूटनीति के बीच के अंतर से अवगत हो गया है।