1 जून से 200 गैर-वातानुकूलित ट्रेनों का संचालन, श्रमिक ट्रेनों की संख्या भी होगी दोगुनी

भारतीय रेलवे ने कहा कि 1 जून से दैनिक आधार पर 200 गैर-वातानुकूलित ट्रेनें संचालित की जाएँगी। शीघ्र ही इन ट्रेनों के टिकटों की ऑनलाइन बिक्री भी शुरू हो जाएगी।
लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार (19 मई) को कहा, “पहले ही बताया जा चुका था कि इन ट्रेनों को श्रमिक विशेष ट्रेनों के अलावा चलाया जाएगा।” ट्वीट की एक शृंखला में रेल मंत्री ने कहा, “फँसे हुए प्रवासियों को निकालने के लिए 200 श्रमिक ट्रेनें दैनिक आधार पर चलाई जा सकती हैं।”
श्रमिकों के लिये बड़ी राहत, आज के दिन लगभग 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल सकेंगी, और आगे चलकर ये संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ पायेगी।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 19, 2020
गोयल ने कहा, “अगले दो दिनों के भीतर भारतीय रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या को दोगुना कर 400 प्रतिदिन कर देगा। सभी प्रवासियों से अनुरोध है कि वे जहाँ भी रहें, भारतीय रेलवे उन्हें आगामी कुछ दिनों में घर वापस ले जाएगी।”
राज्यों से अपील है कि सड़क पर जाते हुए किसी भी श्रमिक को तुरंत नज़दीकी मेन लाइन स्टेशन पर लायें, और उन्हें रजिस्टर करके लिस्ट रेलवे को दें, ताकि उन्हें घर पहुँचाया जा सके।https://t.co/55qRxYV7En
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मंत्री ने आगे बताया, “भारतीय रेलवे 1 जून से गैर-एसी समय-सारिणी ट्रेनों का संचालन करेगा। इसके लिए टिकटों की बुकिंग जल्द शुरू होगी।
श्रमिकों के लिये बड़ी राहत, आज के दिन लगभग 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल सकेंगी, और आगे चलकर ये संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ पायेगी।
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रेल मंत्री ने राज्य सरकारों से इन प्रवासियों की पहचान करने और उनका पता लगाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि जो प्रवासी अपने गृह राज्यों में जाने के लिए सड़कों पर चल रहे हैं, उनका जिला मुख्यालय में पंजीकरण कराने के बाद उन्हें निकटतम रेलवे स्टेशन तक पहुँचाया जाए। इन यात्रियों की सूची रेलवे अधिकारियों को दें, ताकि श्रमिक विशेष ट्रेनों के माध्यम से उनकी यात्री की व्यवस्था की जा सके।
इसके अतिरिक्त भारतीय रेल 1 जून से टाइम टेबल के अनुसार प्रतिदिन 200 नॉन एसी ट्रेन चलायेगा जिसकी ऑनलाइन बुकिंग शीघ्र ही शुरु होगी।
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आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि भारतीय रेलवे ने 19 दिनों में श्रमिक विशेष ट्रेनों के माध्यम से 21.5 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके गृह राज्यों में पहुँचाया है। 19 मई तक 1,600 से अधिक श्रमिक विशेष ट्रेनों का संचालन किया जा चुका है।