काबुल गुरुद्वारा आतंकी हमला- भारत ने 100 से अधिक सिखों, हिंदुओं को ई-वीजा दिया

तालिबान के प्रतिद्वंद्वी दाएश समूह द्वारा काबुल में गुरुद्वारा कार्ते परवान को निशाना बनाकर किए गए घातक आतंकी हमले में एक सिख सहित दो लोग मारे गए थे। अब हमले के एक दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कथित तौर पर 100 से अधिक अफगान सिखों और हिंदुओं को प्राथमिकता पर ई-आपातकालीन वीजा देने का निर्णय किया है।
Thanks to @MEAIndia for issuing prompt 111 EVisas to #AfghanSikhs Rest in process. Plans underway to evacuate them. We commit to rehablitate them under our already running programme for #afghanrefugees "My Family My Responsibilty"@wpoindia
— @vikramsahney (@vikramsahney) June 19, 2022
ई-वीजा अफगानिस्तान से सिखों और हिंदुओं को निकालने में सहायता करेगा, जो वहाँ आतंकी हमलों के कारण गंभीर खतरों का सामना कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए खुफिया एजेंसियों के साथ चर्चा में आपातकालीन वीजा पहले ही दिए जा चुके हैं।
पहले ही विदेश मंत्री एस जयशंकर हमले की कड़ी निंदा कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि सरकार घटना के बाद स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है।
जयशंकर ने ट्वीट किया, “गुरुद्वारा कार्ते परवान पर कायरतापूर्ण हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की जानी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है।”
बड़े पैमाने पर मुस्लिम देश अफगानिस्तान में सिख एक छोटे से धार्मिक अल्पसंख्यक हैं, जिसमें तालिबान के देश में कब्जा करने से पहले लगभग 300 परिवार सम्मिलित थे। समुदाय और मीडिया के अनुसार, बहुत से लोग देश छोड़कर चले गए हैं। अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों की तरह सिख भी अफगानिस्तान में लगातार हिंसा का शिकार हो रहे हैं।
मार्च 2020 में कम से कम 25 लोग मारे गए थे, जब बंदूकधारियों ने काबुल में एक अन्य सिख गुरुद्वारे पर हमला किया था, जिसकी जिम्मेदारी दाएश ने ली थी।