नीता कंवर राजस्थान के टोंक में पंचायत चुनाव लड़ेंगीं, कभी सिंध की अप्रवासी थीं

ऐसे समय में जब नागरिकता अधिनियम और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) पर बहस छिड़ी हुई है, पाकिस्तान में जन्मीं नीता कंवर गुरुवार (16 जनवरी) को राजस्थान के टोंक में पंचायत चुनाव लड़ रहीं हैं।
नीता कंवर ने अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए 2001 में भारत वापस आने के बाद पिछले साल सितंबर में नागरिकता प्राप्त की थी।
18 साल तक यहाँ रहने के बाद उनको भारतीय नागरिकता मिली और अब वह टोंक जिले के अंतर्गत आने वाली नटवारा ग्राम पंचायत से सरपंच (ग्राम प्रधान) का चुनाव लड़ रही है।
नीता कंवर के अनुसार, उनके ससुर ठाकुर लक्ष्मण करण, जो नटवारा से तीन बार सरपंच रह चुके हैं, वे उनकी प्रेरणा स्रोत रहे हैं।
“मुझे पिछले साल सितंबर में मेरी नागरिकता दी गई थी। अब, मेरे ससुर मुझे इन चुनावों के लिए मार्गदर्शन कर रहे हैं।”, उन्होंने कहा।
नीता अपनी बहन अंजना सोढ़ा के साथ मीरपुर खास, सिंध से करीब 19 साल पहले भारत आई थीं।
उन्होंने अजमेर के सोफिया कॉलेज में दाखिला लिया और 2005 में बीए पूरा किया और फिर 2011 में शादी कर ली। उन्होंने बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई सिंध में की और फिर भारत आ गईं।
जबकि वें, उनकी बहन और माँ भारत आईं, उनके पिता और भाई पाकिस्तान में रहते हैं और खेती में लगे हुए हैं।
नीता कंवर का कहना है कि वें महिला सशक्तीकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा में काम करना चाहती हैं।
“मैंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है जब यह सीट सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित थी।”, उन्होंने कहा।
नीता के दो बच्चे हैं जिसमें एक लड़का और एक लड़की हैं।
(इस खबर को वायर एजेंसी फीड की सहायता से प्रकाशित किया गया है।)