उत्तराखंड- चमोली में अलकनंदा पर 125 मीटर लंबे रेलवे पुल का तेज़ी से चल रहा काम

उत्तराखंड में रेल संयोजकता बढ़ाने हेतु भारतीय रेलवे ने कहा कि राज्य के चमोली जिले के सिवाई गाँव में अलकनंदा नदी पर 125 मीटर लंबे बो स्ट्रिंग रोड ब्रिज को लॉन्च करने का काम चल रहा है।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुल उत्तराखंड में एनएच-58 को प्रस्तावित कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा।
Rishikesh to Karnaprayag Railway Line Project in Uttarakhand gets a boost!
Work is going on in full swing to launch the Bow String Road Bridge measuring 125m over Alaknanda at Sivai Kaleshwar. This bridge will help to connect the proposed Karnprayag Stn to NH 58 in Uttarakhand. pic.twitter.com/WAjkS7ht1Z
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) December 28, 2021
इसके अतिरिक्त, पूरी परियोजना के सबसे लंबे पुल के लिए अलकनंदा नदी पर भी घाट बनाए जा रहे हैं, जो कर्णप्रयाग को श्रीनगर से जोड़ेगा। रेल मंत्रालय के अनुसार, श्रीनगर में पुल की लंबाई 489 मीटर होगी।
Char Dham Railway project between Rishikesh-Karnaprayag gains momentum:
Catch glimpses of Piers coming up over Alaknanda River for this important project. It is the longest bridge (489mts) of the project.
It shall connect Srinagar town to proposed Railway station.#Infra4India pic.twitter.com/w2uNhfF7iS— Ministry of Railways (@RailMinIndia) December 28, 2021
केदारनाथ और बद्रीनाथ रेलवे संयोजकता परियोजना भी कर्णप्रयाग स्टेशन से आरंभ होगी, जो 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई ब्रॉड गेज रेल लाइन परियोजना का हिस्सा है।
चार धाम ब्रॉड गेज रेल संपर्क सर्वेक्षण के अनुसार, रेल लाइन का प्रस्तावित टर्मिनल स्टेशन क्रमशः उत्तरकाशी, बड़कोट, सोनप्रयाग और जोशीमठ में समाप्त होगा। ये गंतव्य चार धाम मंदिरों से थोड़े कम हैं।
चार धाम स्थलों के लिए भारतीय रेलवे की संयोजकता परियोजना तीर्थयात्रियों की यात्राओं को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए तैयार है क्योंकि पहाड़ी राज्य की सड़कें नाजुक पहाड़ी ढलानों से होकर गुजरती हैं।
रेल मंत्रालय के मुताबिक, घरेलू और अंतर-राष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटक उत्तराखंड में स्थानों को देखने और ट्रेकिंग के लिए आकर्षित होते हैं और इस परियोजना से उनके लिए भी चीजें आसान हो जाएँगी।