कर्मों का फल? एनडीटीवी, द वायर समेत अन्य पर अनिल अंबानी ने किया मानहानि का केस

अनिल अंबानी के रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर और रिलायंस डिफेंस ने अहमदाबाद उच्च न्यायालय में राजनेताओं और मीडिया घरानों के विरुद्ध राफेल सौदे के संबंध में गलत और भ्रामक खबर के प्रसार के लिए मानहानि का दावा कर दिया है क्योंकि इससे कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँच सकता है।
इस सूची में एनडीटीवी शीर्ष पर है जिसपर 10,000 करोड़ रुपए का दावा किया है। इसके ट्रूथ बनाम हाईप नामक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर चर्चा की गई थी। यह केस संस्थापक प्रणय रॉय और प्रबंधक संपादक श्रीनिवासन जैन के विरुद्ध दर्ज किया गया है।
NDTV has been sued by Anil Ambani’s Reliance for 10,000 crores in an AHMEDABAD court. For our coverage of Rafale. We will fight this brazen attempt at harassment and intimidation.
— Suparna Singh (@Suparna_Singh) October 18, 2018
द वायर पर इसके ‘राफेल डील- अंडर्स्टैंडिंग द कॉन्ट्रोवर्सी (विवाद को समझें)’ नामक वीडियो के लिए 6,000 करोड़ रुपए का मानहानि दावा किया गया है। यह शिकायत संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और रक्षा पत्रकार अजय शुक्ला के विरुद्ध दर्ज की गई है।
The Wire just got a fresh Rs.6000 cr civil suit from ADAG group for doing a video discussion on Rafale, largely raising questions on govt non-transparency in the deal. We now have several civil/criminal suits from the likes of Adani & Anil Ambani on questions asked of the govt!
— M K Venu (@mkvenu1) November 26, 2018
नेशनल हेराल्ड पर राफेल सौदे पर प्रकाशित दो लेखों के लिए 5,000 करोड़ रुपए का दावा किया गया है, समाचार पत्र के वैधानिक दल के प्रमुख नलिन कुमार ने बताया।
द सिटीज़न की सीमा मुस्तफा पर ‘द यंगर ब्रदर- ओ पीएम मोदी पेवरेट’ नामक लेख के लिए 7,000 करोड़ रुपए का दावा किया गया है। लेख में उल्लेखित था कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड को छोड़कर पक्षपातपूर्ण तरीके से रिलायंस को चुना गया है।
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह पर 5,000 करोड़ रुपए का दावा किया गया है। 1 मार्च 2018 को राफेल सौदे पर बयान के बाद उन्होंने कहा था, “इस घोटाले के विरुद्ध वे अपनी आवाज़ उठाते रहेंगे।”