डॉ मनमोहन सिंह का 2003 का वीडियो भाजपा ने किया जारी, सीएए की मांग करते दिखे

क्या कांग्रेस ने भी 2003 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की मांग की थी जिसका अभी वह पुरजोर विरोध कर रही है? दरअसल यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि गुरुवार (19 दिसंबर) को भाजपा ने 2003 की राज्यसभा की कार्यवाही संग्रह का एक वीडियो जारी किया है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह सीएए के लिए अपील करते दिखाई दे रहे हैं।
अपने आधिकारिक अकाउंट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ट्वीट कर लिखा, “2003 में, राज्यसभा में बोलते हुए, तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष डॉ मनमोहन सिंह ने पड़ोसी देशों जैसे कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में उत्पीड़न का सामना कर रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए उदार दृष्टिकोण दिखाने को कहा था। नागरिकता संशोधन अधिनियम सिर्फ यही करता है…।”
In 2003, speaking in Rajya Sabha, Dr Manmohan Singh, then Leader of Opposition, asked for a liberal approach to granting citizenship to minorities, who are facing persecution, in neighbouring countries such as Bangladesh and Pakistan. Citizenship Amendment Act does just that… pic.twitter.com/7BOJJMdkKa
— BJP (@BJP4India) December 19, 2019
वीडियो में सिंह को भावनात्मक रूप से बहस करते हुए सुना जा सकता है, “जब मैं इस विषय पर हूँ मैडम, मैं शरणार्थियों के साथ हो रहे व्यवहार के बारे में कुछ कहना चाहूँगा। हमारे देश के विभाजन के बाद, बांग्लादेश जैसे देशों में अल्पसंख्यकों ने उत्पीड़न का सामना किया है, और यह हमारा नैतिक दायित्व है कि यदि परिस्थितियाँ लोगों को, इन दुर्भाग्यपूर्ण लोगों को, हमारे देश में शरण लेने के लिए मजबूर करती हैं, तो इन दुर्भाग्यपूर्ण लोगों को नागरिकता देने का हमारा दृष्टिकोण और अधिक उदार होना चाहिए।”
इसके आगे डॉ मनमोहन सिंह ने वरिष्ठ भाजपा नेता और तत्कालीन गृह मंत्री एवं उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा, “मुझे पूरी उम्मीद है कि माननीय उप-प्रधानमंत्री नागरिकता अधिनियम के संबंध में कार्रवाई को पूरा करने के लिए भविष्य की क्रियाविधि तय करते वक्त इस बात का ध्यान रखेंगे।”
उप-सभापति ने लालकृष्ण आडवाणी को यह कहकर जवाब दिया, “पाकिस्तान में अल्पसंख्यक भी पीड़ित हैं।”, तो उप-प्रधानमंत्री ने जवाब दिया, “मैडम, मैं उस दृश्य का पूरी तरह से समर्थन करता हूँ।”
(आईएएनएस की सहायता से)