भारती अच्छे व्यक्तियों की मित्रता अपनी नवीनता नहीं खोती व सुखदायक होती है- कुरल भाग 18 सी राजगोपालाचारी 1 Nov, 2019
भारती सच्चा ज्ञान विचार और आचार को नियंत्रित करके इन्हें बुराई से दूर रखता है- कुरल भाग 17 सी राजगोपालाचारी 25 Oct, 2019
भारती दुर्भाग्य बाढ़ की तरह आ सकता है लेकिन मस्तिष्क के विचार से नष्ट भी हो सकता है- कुरल सी राजगोपालाचारी 18 Oct, 2019
भारती “किसी भी कार्य की विषमता के समक्ष अपना पुरुषार्थ न खोएँ”- कुरल भाग 15 सी राजगोपालाचारी 11 Oct, 2019
भारती “इच्छाओं से मुक्त होकर ही पवित्र हुआ जा सकता है”, कर्म के विधान पर कुरल भाग-14 सी राजगोपालाचारी 2 Oct, 2019
भारती “यह संसार अद्भुत स्थान है, जो कल यहाँ था, हो सकता है आज न हो”- कुरल भाग 13 सी राजगोपालाचारी 27 Sep, 2019
भारती सत्यवादिता संसार में प्रतिष्ठा और क्रोध पीड़ा देता है- कुरल भाग 12 सी राजगोपालाचारी 19 Sep, 2019
भारती पीड़ा को धैर्यपूर्वक झेलना, दूसरों को पीड़ा न पहुँचाना ही सच्ची तपस्या है- कुरल भाग 11 सी राजगोपालाचारी 13 Sep, 2019
भारती मांस का सेवन जीवन के प्रति मृदुता और हृदय में करुणा के विरुद्ध है- कुरल भाग 10 सी राजगोपालाचारी 6 Sep, 2019
भारती कुरल भाग 9- करुणा विहीन व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलने में असमर्थ होता है सी राजगोपालाचारी 29 Aug, 2019