नेपाल के प्रधानमंत्री ने मानचित्र विवाद के बाद भारत के कोरोनावायरस को बताया घातक

नेपाल के कम्युनिस्ट प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत पर हमला करने के लिए अब एक नया मोर्चा खोला है। उन्होंने नेपाल में कोरोनावायरस के प्रसार के लिए भारत को दोषी ठहराया है। साथ ही कहा कि वहाँ से आए लोगों में वायरस चीन और इटली के आए लोगों की तुलना में अधिक घातक दिख रहा है।
पत्रकार संजय ब्रागटा के अनुसार, प्रधानमंत्री ओली ने नेपाल की संसद को बताया कि वुहान में पैदा होने वाला वायरस हल्का था लेकिन भारत से आने वालों में कोरोनावायरस बहुत अधित घातक है, जो नेपाल में सामुदायिक प्रसार की बड़ी वजह बना।
India spread #CoronaVirus, not Wuhan: Nepal PM KC Sharma Oli said in parliament. His claim, Wuhan virus was soft, Indian virus is hard and reason of community spreading. What a joke! pic.twitter.com/Qfqjcc0ZCo
— Sanjay Bragta (@SanjayBragta) May 19, 2020
ओली के हवाले से यह भी कहा गया कि भारत से नेपाल में अवैध रूप से आने वाले व्यक्ति वायरस फैला रहे थे। उन्होंने स्थानीय नेताओं को देश में तस्करी के लिए दोषी ठहराया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री का यह विवादास्पद बयान उनके द्वारा देश के नए नक्शे को जारी करने के बाद आया, जिसमें उन्होंने भारतीय क्षेत्रों लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी में अपनी सीमाएँ होने का दावा किया था।
भारतीय सेना के प्रमुख एमएम नरवाणे ने पहले ही इशारा कर दिया था कि नेपाल शायद इस मामले में चीन के इशारे पर काम कर रहा है।